परमात्मा के दर्शन कभी नहीं होते
परमात्मा के दर्शन कभी नहीं होते परमात्मा के दर्शन कभी नहीं होते क्योंकि उसके दर्शन होने का तो तात्पर्य होता है कि एक दशक हो गया और एक दृश्य हो गया, लेकिन ऐसा होते ही तुम्हारी तो धारणा खंडित हो जाती है। क्योंकि धारणा , सिद्धांत , वह तो तुम्हारा यही था ना कि कण-कण […]